कोलकाता रेप विक्टिम के घर 3 कॉल किए गए थे:AUDIO सामने आए; अस्पताल स्टाफ ने पिता से कहा- बेटी ने सुसाइड कर लिया, जल्दी आइए

कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर नई जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक आरजी कर मेडिकल कॉलेज की तरफ से ट्रेनी डॉक्टर के पेरेंट्स को बताया गया था उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया है।
9 अगस्त की सुबह ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिलने के बाद अस्पताल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ने उनके पेरेंट्स को एक घंटे के अंदर तीन कॉल किए थे। इन कॉल्स में पेरेंट्स को जल्द से जल्द अस्पताल आने के लिए कहा गया था।
अस्पताल की तरफ से पेरेंट्स को किए गए फोन कॉल के ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ये बंगाली में हैं। भास्कर इन ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
हालांकि, विक्टिम के पेरेंट्स ने घटना के अगले दिन ही दावा किया था कि अस्पताल ने उनकी बेटी के मर्डर को सुसाइड बताने की कोशिश की थी।
असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ने पेरेंट्स से जल्द से जल्द अस्पताल आने की रिक्वेस्ट की। कहा- आपकी बेटी ठीक नहीं है। क्या आप तुरंत अस्पताल आ सकते हैं?
पिता ने वजह पूछी। जवाब मिला- आपकी बेटी की हालत ठीक नहीं है। हम उसे अस्पताल में भर्ती करा रहे हैं। क्या आप तुरंत आ सकते हैं?
पिता ने जोर देकर पूछा- मेरी बेटी को क्या हुआ है?
स्टाफ मेंबर ने कहा- आप जब यहां आएंगे तो डॉक्टर्स आपको बताएंगे क्या हुआ है। आप परिवार है इसलिए हमने आपका नंबर ढूंढा और फोन किया।
थोड़ी देर बाद पेरेंट्स के पास दूसरा कॉल आया।
उसी हॉस्पिटल स्टाफ मेंबर ने पहले से ज्यादा घबराई हुई आवाज में कहा- आपकी बेटी की हालत बहुत नाजुक है। प्लीज जितना जल्दी हो सके, आ जाइए।
पिता ने चिंतित होकर पूछा कि आखिर हुआ क्या है। उन्हें जवाब मिला- डॉक्टर्स आपको बता पाएंगे। आप जल्दी आ जाइए।
पिता ने पूछा- कौन बोल रहा है
स्टाफ मेंबर ने जवाब दिया- मैं असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट हूं, डॉक्टर नहीं हूं।
पिता ने पूछा- क्या कोई डॉक्टर मौजूद है जो मेरे सवालों का जवाब दे सके, लेकिन स्टाफ मेंबर ने कॉल कट कर दिया।
तीसरे और आखिरी कॉल में स्टाफ मेंबर ने कहा- आपकी बेटी ने शायद सुसाइड कर लिया है या उसकी मौत हो गई है। पुलिस यहां आ चुकी है। हम अस्पताल में हैं, सभी के सामने आपको ये कॉल की जा रही है।

पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को 12 अगस्त को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें बताया गया था कि रेप और मारपीट के बाद ट्रेनी डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या हुई थी। घटना 9 अगस्त की सुबह 3 से 5 बजे के बीच होने का अनुमान है।
चार पेज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी ने डॉक्टर का बुरी तरह शोषण किया था। उनके प्राइवेट पार्ट्स पर गहरा घाव पाया गया। आरोपी ने डॉक्टर की चीख दबाने के लिए उनकी नाक, मुंह और गले को लगातार दबाया। गला घोंटने से थायराइड कार्टिलेज टूट गया।
डॉक्टर के सिर को दीवार से सटा दिया गया था, जिससे वह चिल्ला न सके। पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोटें पाई गईं। फिर उन पर इतनी जोर से हमला किया कि चश्मा टूट गया और शीशे के टुकड़े उनकी आंखों में घुस गए। दोनों आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था।
ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के 6 दिन बाद एक डायरी सामने आई थी। ये डायरी ट्रेनी डॉक्टर की ही थी। डायरी में विक्टिम ने खुद से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया था। इस डायरी में लिखी बातों को पीड़ित के पिता ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में साझा किया।
उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी रोज डायरी लिखती थी। मौत वाले दिन यानी आरजी कर मेडिकल कॉलेज में नाइट शिफ्ट में जाने से पहले भी उसने डायरी लिखी थी। वह एक मेहनती लड़की थी, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर दिन 10-12 घंटे पढ़ाई करती थी।’
उन्होंने आगे कहा कि मेरी बेटी ने अपनी डायरी की आखिरी बात में बताया था कि वह अपने जीवन में क्या करना चाहती थी। वह MD कोर्स में गोल्ड मेडलिस्ट बनना चाहती थी। अब हमें बस न्याय की उम्मीद है।
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के 20 दिन बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पहला बयान आया है। उन्होंने कहा, “मैं घटना को लेकर निराश और डरी हुई हूं। अब बहुत हो चुका। समाज को ऐसी घटनाओं को भूलने की खराब आदत है।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘विमेंस सेफ्टी: एनफ इज एनफ’ नाम से एक आर्टिकल लिखा था, जिस पर उन्होंने मंगलवार (27 अगस्त) को PTI के एडिटर्स से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता।
कोलकाता के आरजी कर रेप-मर्डर को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने संदीप घोष की सदस्यता सस्पेंड कर दी है। IMA के प्रेसिडेंट डॉ. वी अशोकन ने बुधवार (28 अगस्त) को ये जानकारी दी। संदीप, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के प्रिंसिपल थे।
इस बीच, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुख (DGP) को लेटर लिखा है। इसमें कहा है कि अस्पताल में नाइट पेट्रोलिंग और आने-जाने वाले लोगों की पहुंच (access) को नियंत्रित करने की जरूरत है