महादेव एप, कोयला और शराब घोटाला : जेल में बंद आरोपियों से चार दिनों तक पूछताछ, ACB-EOW ने 70 पन्नों का तैयार किया दस्तावेज, अब बढ़ेगा जांच का दायरा, पढ़िए पूरी खबर…
रायपुर. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन बैटिंग बुक, कोल लेवी और शराब घोटाले के मामले में जेल में बंद आरोपियों से एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB)/(EOW) की पूछताछ समाप्त हो गई है. यह टीम पिछले चार दिनों से सेंट्रल जेल में लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही थी. इन हाईप्रोफ़ाइल घोटालों से जुड़े लोगों से पूछताछ के बाद अधिकारी अलग-अलग कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक, जेल में बंद कुछ आरोपियों ने एसीबी/ईओडब्लू की टीम का पूछताछ में जरा भी सहयोग नहीं किया है. इसके बाद अब आरोपियों की रिमांड की तैयारी भी की जा रही है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम जल्द ही आरोपियों की रिमांड के लिए विशेष कोर्ट में आवेदन लगाने वाली है.
विशेष न्यायलय से अनुमति के बाद शुक्रवार दोपहर 4: 40 बजे रायपुर सेंट्रल जेल में एसीबी/ ईओडब्लू की छह सदस्यीय टीम पहुंची. इस दौरान आरोपियों से कुछ घंटों की पूछताछ की गई. पहले दिन की पूछताछ सिर्फ कोल लेवी से जुड़े आरोपियों पर केंद्रित थी. उनके हिसाब-किताब, वसूली समेत कुल 5 बिंदुओं पर पूछताछ की गई थी.
शनिवार दोपहर भी एडिशनल एसपी, 2 डीएसपी के साथ 2 निरीक्षक समेत छह सदस्यीय टीम कुछ दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ सेंट्रल जेल परिसर पहुंची थी. इस दिन भी करीबन 7-8 घंटों की लंबी पूछताछ में महादेव बुक और कोल से जुड़े मामलों पर पूछताछ की गई थी, लेकिन एसीबी/इओडब्लू की टीम के हाथों कुछ ख़ासा जानकारी नहीं लगी थी.
रविवार सुबह 11 बजे एसीबी/ईओडब्लू की टीम खुद को दो अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर आरोपियों से पूछताछ करने पहुंची थी. इस बार टीम लैपटॉप, प्रिंटर, पेंड्राइव समेत लाल कपड़ों में बंद महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ पहुंची थी. महादेव ऑनलाइन बैटिंग बुक और कोयले के काले कारोबार से जुड़े लोगों से 9 घंटे तक पूछताछ की गई, जिसमें राज्य पुलिस सेवा के कई अधिकारी और सफेदपोश लोगों के लेनदेन की जानकारी सामने आई है. हालांकि कुछ आरोपियों ने ईडी को सारी जानकारी देने का हवाला देते हुए अधिकारियों की पूछताछ को नकार दिया था.
महादेव के पैसों का पूरा लेन-देन
एसीबी/ईओडब्लू की टीम ने महादेव सट्टा के मामले में जेल में बंद चार आरोपियों से 9 घंटों तक पूछताछ की थी. एसीबी ने वैसे तो अलग-अलग 25 बिंदुओं पर आरोपियों से पूछताछ की है, लेकिन प्रमुख रूप से सट्टा के पैसों का हिसाब-किताब समझना चाहती थी. इन पैसों के लेनदेन का कनेक्शन किस स्तर तक पहुंचा हुआ था. पुलिस विभाग के अधिकारियों के पास कितनी रकम पहुंचाई जाती थी. राजनैतिक पार्टी के नेताओं में किसकी संलिप्तता थी. साथ ही महादेव के काम में हवाला करने के लिए किन कारोबारियों की जिम्मेदारी थी. इन बिंदुओं पर पूछताछ कर क़रीबन 48 पन्ने का रिकॉर्ड तैयार किया गया है.
महादेव, कोयला और शराब घोटाले के 70 पन्नों के दस्तावेज
केंद्रीय जेल में बंद तीनों ही मामलो के चुनिंदा आरोपियों से पूछताछ की गई थी.सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महादेव एप के आरोपी असीम दास, भीम सिंह, चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर से पूछताछ की गई. कोयला घोटाले में निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और नायर से पूछताछ की गई. शराब घोटाले में बंद अरविंद सिंह से पूछताछ की गई. इन सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद एसीबी/ईओडब्लू के अधिकारियों ने 70 पन्नों का दस्तावेज तैयार किया है, जिसके बाद अब जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा.
सौम्या और रानू से पूछताछ की मिली अनुमति
कोल के मामले में बंद पूर्व निलंबित आईएएस रानू साहू और सौम्या चौरसिया से पूछताछ की अनुमति मिल गई है. एसीबी/ईओडब्लू की टीम को विशेष कोर्ट ने 4-5 और 7 अप्रैल तीन दिनों के पूछताछ की अनुमति दी है. इसके बाद अब महिला अधिकारियों के साथ एसीबी की टीम सौम्या चौरसिया और रानू साहू से पूछताछ करने की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक, कोल स्कैम से जुड़े 13 बिंदुओं पर पूछताछ की जाएगी.