प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेमरु ने 24 घंटे में मैरॉथन 6 परिवारों को दिया वात्सल्य का उपहार, Cesarean नहीं, Normal Delivery कर रचा नया कीर्तिमान

जिले के सुदूर वनांचल आदिवासी जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में अवस्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर (प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र) लेमरू जो जिला एवं ब्लाक मुख्यालय से 70 किलोमीटर की दूरी में संचालित है। यह पीएचसी अपने विशिष्ट उपलब्धियों के लिए हमेशा राज्य और जिला स्तर पर चर्चा में बना ही रहता है।कभी यह केन्द्र राज्य स्तर पर कायाकल्प के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के हाथों पुरस्कृत होने के लिये तो कभी यहां पदस्थ डॉ एलआर गौतम पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आइकान हेल्थ अवार्ड से सम्मानित होने के लिए। वर्ष 2021 में एनक्यूएएस सर्टिफिकेट से सम्मानित होने के लिए तो कभी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक सिंह राज द्वारा आदर्श स्वस्थ्य केन्द्र के रूप में तो कभी उच्च अधिकारियों के विजिट के लिए तो कभी रविवार अवकाश तथा त्योहार में निरंतर सेवाएं प्रदान करने के लिए भी लगातार चर्चित रहा। इस बार इस अस्पताल की प्रसिद्धि यहां गूंजने वाली वात्सल्य की किलकारियों की है। पीएचसी लेमरू में 27 मार्च को भोर से लेकर 28 मार्च की सुबह 5.30 बजे के बीच प्रसव से संबंधित कुल सात मामले एडमिट किए गए। इनमें से एक केस को छोड़कर शेष सभी में सुरक्षित प्रसव कराया गया। एक केस को जटिल प्रसव मानकर जिला अस्पताल कोरबा महतारी वाहन से भेजा गया। शेष सभी की डिलीवरी पीएचसी लेमरु केन्द्र में ही कराई गई। सुखद सफलता यह है कि सभी 6 प्रसव सुरक्षित कराया गया और सभी नवजात पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं। जन्म लेने वाले सभी नन्हें मेहमान दो किलो से ज्यादा वजन के हैं और सभी प्रसूती महिलाएं भी पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। किसी को डिलीवरी के बाद होने वाली कोई समस्याएं नहीं है। इस प्रकार से इस पीएचसी ने एक दिन में अधिकतम 6 डिलीवरी का एक नया कीर्तिमान रच दिया है। सभी शासन के महतारी वाहन 102 से ही आए और इस प्रकार इस स्वास्थ्य केन्द्र ने इन सभी परिवारों को मुस्कुराने का मौका दिया।
कोरबा संवाददाता :–चंद्रा कुमार राठिया