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छत्तीसगढ़

रायपुर प्रेस क्लब चुनाव: पांच का पंच, कौन होगा सरपंच?

रायपुर। 5 साल बाद ही सही लेकिन रायपुर प्रेस क्लब का चुनाव होने जा रहा है र 5 साल इंतजार की घडिय़ां गिनने के बाद अब चुनाव घोषित हुआ है पत्रकार जगत में खासी उत्सुकता है 17 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए उम्मीदवारों की तस्वीर नाम वापसी के बाद साफ हो गई है, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव कोषाध्यक्ष और संयुक्त सचिव के दो पद के लिए 29 उम्मीदवार मैदान में है, जो की पांच अलग-अलग पैनलों के जरिये भाग्य जमाते हुए दिखाई दे रहे हैं, प्रेस क्लब के चुनावी घमासान मे पांच पैनलों के बीच दिलचस्प मुकाबला है।

1) दामू अंबाडारे प्रगतिशील पैनल: मुख्य रूप से सत्ताधारी इस पैनल का वजूद आज से 5 साल पहले 2018 में सामने आया था, जब बड़े-बड़े दिग्गजों को पटकती देकर दामु अध्यक्ष बने थे, लेकिन समय पर चुनाव नहीं होना और प्रेस क्लब संचालन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच अपनी छवि ठीक करने की कोशिश करते हुए सभी मिडिया वर्गों के प्रतिनिधियों को अपने पैनल में समाहित कर बढिय़ा संतुलन बनाने की दामू नें कोशिश की है,, प्रगतिशील पैनल में अध्यक्ष के रूप में दामू अंबाडारे अध्यक्ष हैं, वहीं उपाध्यक्ष के रूप में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्राइम रिपोर्टिंग में जाना माना नाम मनोज नायक मौका दिया गया है वही महासचिव में फोटो जनरलिस्ट संगठन मे अध्यक्ष पद संभाल चुके साफ छवि के दीपक पांडे मुकाबले में है कोषाध्यक्ष में जाने-माने पत्रकार और टीवी डिबेटर अनिल द्विवेदी मैदान में हैं जबकि संयुक्त सचिव में प्रिंट मीडिया से रमेश यादव और श्रवण यदु को प्रगतिशील पैनल ने उतार कर पत्रकार बिरादरी के सामने अच्छा कांबिनेशन वाला पैनल पेश किया है।

2 ब्राह्मण पारा पैनल( शर्मा पैनल ): प्रेस क्लब के चुनावी इतिहास में सबसे पुराना ब्राह्मण पारा के पैनल माना जाता है यह पैनल लगातार हर चुनाव में पूरी ताकत के साथ लड़ता रहा है इस पैनल के पास कमिटमेंट वाले वोटरों का एक बड़ा बैंक मौजूद है, इसी कारण हर बार ब्राह्मण पारा पैनल के पदाधिकारी ज्यादा से ज्यादा संख्या मे भी चुन कर आते है, हालांकि पिछली गलतियों के कारण अध्यक्ष का पद इस पैनल से कई सालों से दूर है,इस पैनल ने एक बार फिर संदीप पुराणिक को एक बार फिर मैदान में उतारा है, अपने रणनीति समझ के लिए जाने जाने वाले ब्राह्मण पारा पैनल नें पता नहीं क्यों इस बार पैनल निर्माण में दिमाग़ का कम दिल का प्रयोग तंग हाथों से किया प्रतीत होता है ,,, यही वजह है की कांबिनेशन और राजनीतिक तालमेल का इस पैनल में अभाव देखने को मिल रहा है , प्रिंट और इलेक्ट्रानिक के कॉन्बिनेशन में 60-40 के अनुपात के साथ अब तक चुनावी मैदान में उतरने वाले ब्राह्मण पारा पैनल ने इस बार जो पैनल उतारा है उसे देखकर लगता है कि किसी आदुश्य शक्ति का दबाव इस पैनल पर जरूर रहा होगा, खैर चर्चाएं कई है, सांठ गाँठ, गठबंधन के आरोप के 90 के शुरुवाती दौर के विरोधी पैनल,, लाल विचारधारा से जुड़े पत्रकारों के समूह से हीत बंधन की चर्चा है,,बताया जा रहा है कि किसी पैनल से उनका विलय हुआ है खैर ब्राह्मण पारा पैनल में अध्यक्ष के रूप में संदीप पुराणिक प्रिंट मीडिया में है,लंबे समय से काम का अनुभव और छोटे अखबारों में अच्छी खासी पकड़ वाले नेता है, वहीं उपाध्यक्ष में इस पैनल ने कोई अधिकृत उम्मीदवार नहीं उतरा है लेकिन बताया जा रहा है कि संकल्प पैनल के उपाध्यक्ष उम्मीदवार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रिपोर्टर शुक्ला को ब्राह्मण लॉबी की वजह से नैतिक समर्थन दिया गया है, जबकि महासचिव में लालू राम ग्रुप के दूसरे जिले के निवासी, कामरेड वैभव गुंडाधुररिया को मैदान में उतर गया है, जबकि कोषाध्यक्ष अध्यक्ष में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से ही स्टार जैन और संयुक्त सचिव के पद के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं कार्यरत तृप्ति सोनी को उम्मीदवार बनाया गया है,, इस तरह एक चार के कांबिनेशन के साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक को स्थान दिया गया है , प्रेस जगत के तालमेल के हिसाब से पैनल बेमेल लगता है लेकिन प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक के साथ ब्राह्मण और कम्युनिस्ट गठ जोड़ इस पैनल को सबसे मजबूत बनाता है।

Anil Sahu

मुख्य संपादक

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