गुंडागर्दी करने से मना किया तो घर में आग लगाई:मां-बेटे जिंदा जल गए, महिला की बेटी और नातिन की हालत गंभीर; आरोपी गिरफ्तार
बलौदाबाजार जिले के भैंसापसरा गांव के एक घर में आगजनी से हुई मां-बेटे की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने घर में आग लगाने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सदानंद कुमार ने मामले का खुलासा कर दिया है। घटना सिटी कोतवाली क्षेत्र की है।
एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि भैंसा पसरा गांव में कमला साहू के परिवार में बेटा सोनू, बेटी रानू और नातिन संध्या साथ रहते थे। इनके पड़ोस में करन बघेल उर्फ भुखऊ (23) और दौलत सोनवानी (26) रहते हैं। दोनों आदतन बदमाश हैं। दोनों युवक अक्सर साहू परिवार से विवाद करते थे। परिवार इन्हें गुंडागर्दी करने से मना करता था जिससे गुस्साए आरोपियों ने घर में आग लगा दी।
आरोपी अक्सर करते थे परेशान
साहू परिवार को तंग करने के लिए करन और दौलत कभी घर के बाहर सूख रहे कपड़े फाड़ देते, तो कभी गाली गलौज करते। दोनों आरोपियों को परिवार ने हुल्लड़ करने, कपड़े फाड़ने और वहां बैठने से मना किया था। जिसके बाद दोनों उस वक्त तो वहां से चले गए, लेकिन उन्होंने इसका बदला लेने का प्लान बना लिया।
आग लगाकर दरवाजा बाहर से किया बंद
24-25 फरवरी की दरम्यानी रात को आरोपियों ने मौका देखकर घर में आग लगा दी और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। आगजनी में कमला साहू (60 वर्ष) और बेटे सोनू साहू (28 वर्ष) जिंदा जल गए। वहीं कमला की बेटी रानू साहू (34 वर्ष) और नातिन संध्या साहू (10 वर्ष) गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को रायपुर में भर्ती कराया गया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SSP ने विशेष पुलिस टीम का गठन किया था। घटना में घायल रानू साहू ने अपने बयान में पड़ोसी करन और दौलत सोनवानी का नाम लिया। उसने बताया कि दोनों उसके परिवार से रंजिश रखते थे। घटना वाले दिन भी दोनों से विवाद हुआ था।